इंश्योरेंस क्या है (मेरे अनुभव के अनुसार)
कई बार ये प्रश्न आपके सामने आता होगा की "इंश्योरेंस क्या है" (Insurance kya hai)? और इन्टरनेट पर भी एक परिभाषा मात्र ही देखने को मिलता है |
इस पोस्ट में मैं अपने अनुभव से इसके विषय में बताऊंगा | न की परिभाषा, क्योकि वो आपको कई ब्लॉग पोस्ट में इन्टरनेट पर मिल जायेगा |
सबसे पहले ये जाने की इन्शुरन्स क्या होता है? - इसका सीधा अर्थ है आपको इस बात का विश्वास दिलाना की बुरे वक्त में आप अकेले नहीं हैं |
आपको बता दें की बीमा कई प्रकार के होते हैं जैसे - लाइफ इंश्योरेंस, हेल्थ इंश्योरेंस, कार इंश्योरेंस | सभी इंश्योरेंस प्लान का अपना रोल होता है |
लाइफ इंश्योरेंस में आपके जीवन का बिमा होता है | हेल्थ में आपकी बीमारी का बिमा, कार इंश्योरेंस में आपके वाहन का बिमा होता है |
इन बीमा को पाने के लिए आपको इंश्योरेंस कंपनी में जाना होता है | जहाँ पर आप अपनी जरुरत के अनुसार अपने लिए बीमा का चुनाव कर सकते हैं |
इन बीमा को पाने के लिए आपको कुछ मूल्य चुकाने पड़ते हैं जिन्हें बोल चाल में प्रीमियम कहा जाता है |
प्रीमियम को आप एक मुश्त, प्रत्येक महीने, त्रैमासिक, छमाही, वार्षिक दे सकते हैं | उसका भी चुनाव आप अपने सुविधा के अनुसार कर सकते हैं |
इंश्योरेंस एक लिखित आश्वासन है जो बीमा कंपनी द्वारा आपको प्रदान की जाती है |
ये आपको आश्वस्त करते हैं की आपके दिए गए प्रीमियम के एवज में ये भविष्य में होने वाली आर्थिक नुकसान की क्षति-पूर्ति करेंगे |
बीमा आपको मानसिक शांति और संबल प्रदान करता है और आश्वस्त करता है की आपके बुरे वक्त में होने वाली आर्थिक परेशानियों से बचाने के लिए कोई है |
इसे इस प्रकार भी कहा जा सकता है की बीमा एक प्रकार का अनुबंध है, जिसका शाब्दिक अर्थ है 'जिम्मेदारी लेना'|
ये एक प्रकार से बीमाकृत और बीमाकर्ता के बीच का अनुबंध है | जो की बीमाकृत के आर्थिक नुक्सान की क्षति पूर्ति कर उसे कम करती है |
आपको ये जानकारी दे दें की बीमा कवर एक निर्धारित समय तक के लिए ही होता है |
बीमा के प्रीमियम का निर्धारन बीमा कराने वाले की आयु, इनकम और जरुरत के अनुसार होता है |
आज के समय में बीमा का महत्व बहुत बढ़ गया है | आज कई दुर्घटनाओं से लोगों को दो चार होना पड़ रहा है |
अपने परिवार और अपने जीवन की सुरक्षा के लिए सभी को इंश्योरेंस की पूरी जानकारी होनी बेहद आवश्यक है |
अत: आप अपना इंश्योरेंस जरुर कराएँ |